BJP ने RJD के आग में घी डालने का काम किया, जगदानंद, श्याम रजक से बोले की आत्मसम्मान बचा है तो, इस्तीफा दो।
आरजेडी में अंदरूनी कलह ने घमासान का रूप अख्तियार कर लिया है। कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद अंदर की लड़ाई सतह पर आ गई है। राजद में आग लगी है और भारतीय जनता पार्टी उस में घी डालने का काम कर रही है।
रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मैं पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह नहीं पहुंचे। राजद परिवार इस मसले का हल निकाल भी नहीं पाया था कि लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक छोड़कर क्रोध में तमतमाए हुए बाहर निकल गए। तेज प्रताप ने लालू यादव के पुराने समर्थक और पार्टी के दलित चेहरा श्याम रजक पर बहन की गाली देने का आरोप लगाया। इधर तेज प्रताप के आरोप पर श्याम रजक ने दलित कार्ड खेल दिया। कहा कि समरथ को नहिं दोष गुसाईं। दलित तो हमेशा मजदूर रहा है। बैठक के दौरान श्याम रजक बेहोश हो गए जिन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुल मिलाकर राजद में अंदरूनी विवाद उफान पर है।
भारतीय जनता पार्टी राजद में लगी आग को और भड़का रही है भाजपा नेता सह विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने जगदानंद सिंह और श्याम रजक को पार्टी से इस्तीफा दे देने की नसीहत दी है।
ट्विटर अकाउंट पर विजय कुमार सिन्हा ने लिखा है कि राजद एक परिवार की पार्टी है। जो गुंडाराज कायम करना चाहती है। अब अपनी ही पार्टी के बुजुर्गों का अपमान करने पर तुल गई है।
विजय सिन्हा ने इशारों में जगदानंद से और श्याम रजक दोनों को पूछा है कि आत्मसम्मान खोकर कैसी राजनीति कर रहे हैं? नैतिकता का ख्याल करते हुए आपको इस्तीफा दे देना चाहिए।
बताते चलें कि पूर्व में भी तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। तेज प्रताप ने एलान किया था कि जब तक जगदानंद सिंह को नहीं हटाया जाएगा वह स्थिर नहीं बैठेंगे। एक बार फिर उनके बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद का इस्तीफा दे देने से विवाद बढ़ गया। जगदानंद सिंह की नाराजगी मीडिया की सुर्खियां बनीं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हो कर जगदानंद सिंह ने अपनी नाराजगी फिर जाहिर कर दी है।