मामला खगड़िया जिला के चौथम प्रखंड का है। पूर्वी बोरने पंचायत के वर्तमान मुखिया काजल कुमारी जी के द्वारा, पड़ोसी पंचायत मध्य बोरने के मुखिया शशी कुमार के ऊपर आरोप लगाया गया है। की मुखिया जी के द्वारा पूर्वी बोरने पंचायत के जमीन का अतिक्रमण कर मनरेगा की योजना चलाई गई है।
मुखिया काजल कुमारी जी का कहना है BDO चौथाम के द्वारा जो सीमांकन फिक्स किया गया है। उस सीमा रेखा को तोड़कर लगभग 6 किलोमीटर तक पूर्वी बोरने पंचायत के जमीन का अतिक्रमण कर मनरेगा से वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। मुकेश जी के द्वारा इसकी सूचना मनरेगा PO चौथम को दे दिया गया है। लेकिन अधिकारियों की तरफ से अभी तक इस पर कोई पहल नहीं हुई है।
मंटू सिंह जी ने बताया कि जमीन अतिक्रमण के कारण दोनों पंचायतों के लोगों के बीच तनाव बढ़ रहा है । प्रशासन अगर जल्द इस पर एक्शन ना ले तो सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा बना हुआ है।
उन्होंने पूर्वी बोरने पंचायत के तमाम जनता से अपील भी किये है कि सामाजिक सौहार्द ना बिगड़े आपस में तनाव ना फैले। उन्होंने दोनों पंचायत के तमाम जनता मालिकों से अपील की है।
खगड़िया के जिलाधिकारी महोदय ,DDC, एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी चौथम से अपील की है कि इस मामले पर संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करने की कृपा करें।
साथ ही, पूर्वी बोरने पंचायत के प्रधानमंत्री आवास योजना सहायक राजीव रंजन के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में काफी ज्यादा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। दूसरी किस्त नहीं देने की धमकी देकर लाभुकों से 25000, ₹30000 तक ले लिया जाता है। मुखिया जी ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा किए हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी को भी एक पैसा नहीं देना है और अगर कोई मांगता है तो मुखिया जी से संपर्क करें। लेकिन लोगों को झांसा देकर, लाभुकों के मन में डर पैदा कर, सहायक और दलालों के द्वारा रुपया वसूलने का काम किया जा रहा है।