अधिवक्ता स्व पुलकित यादव के श्रद्धांजलि सभा में भारत सरकार के पूर्व मंत्री कांति सिंह ने पुष्प अर्पित कर आत्मा शांति के लिए प्रार्थना किया।
गोगरी प्रखंड के सपहा गाँव निवासी छात्र नेता स्व० राजेश टाईगर के पिता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के नजदीकी राजद के वरिष्ठ नेता खगड़िया सिविल कोर्ट अधिवक्ता(एपीपी) पुलकित यादव के श्रद्धांजलि सभा में गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद यादव और युवाओं के चेहते उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देश पर महिला राजद की राष्ट्रीय अध्यक्ष कांति सिंह ,प्रदेश अध्यक्ष ऋतु जयसवाल, राष्ट्रीय सचिव सेवा यादव ,खगड़िया जिला प्रभारी सह महिला प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष इंदिरा परमार , पूर्व नगर सभापति सह राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव,प्रधानमहासचिव नंदलाल मंडल, उपाध्यक्ष कैलाशचंद्र यादव,प्रमोद यादव,युवा राजद जिलाध्यक्ष उदय कुमार यादव,पंचायतीराज प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष राजकिशोर राज,महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष रंजू सहनी आदि ने अधिवक्ता स्मृतिशेष पुलकित बाबू के फ़ोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और उनके परिवार से मिलकर इस दुख घड़ी में उनका हिम्मत दी। महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष कांति सिंह ने कहा कि ने कहा कि पुलकित बाबू क्रांतिकारी छात्र नेता स्व० राजेश टाईगर के पिता थे और लालू प्रसाद यादव के नजदीकी भी थे। छात्र नेता राजेश टाईगर नब्बे के दशक के पटना के क्रांतिकारी नेता थे। वे बहुत साहसी थे छात्र हित को लेकर आंदोलन करते रहते थे।छात्रों के मदद के लिए सामाजिक शैक्षणिक विकास संगठन बनाकर खगड़िया सहित पूरे बिहार के छात्रों के लिए पटना में छात्रावास के मकान मालिकों के खिलाफ आंदोलन कर छात्रवास का किराया फिक्सेशन करवाया,कोचिंग द्वारा छात्र का आर्थिक दोहन के खिलाफ कोचिंग का शुल्क निर्धारण, गरीब छात्रों को निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था करवाया, छात्रों के लिए आरक्षण की लड़ाई लड़कर कॉलेजों में आरक्षण की व्यवस्था कराकर कॉलेज का फ़ी कम करवाया। पटना में छात्र नेता के रूप में चर्चित राजेश टाईगर का छात्र हित में काम देखकर बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का अध्यक्ष बनाया। लालू प्रसाद यादव उनको बेटे की तरह मानते थे। मुख्यमंत्री आवास राजेश टाइगर के लिए हमेशा खुला रहता था। पटना में असामाजिक तत्वों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी। लालू प्रसाद यादव ने रानीघाट लॉ कॉलेज के पास इनका प्रतिमा लगवाये हैं।
देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है।देश के सम्पतियों को कौड़ियों के भाव अपने कॉरपोरेट मित्रों को बेच रहे हैं। देश को कर्ज में डूबा दिये हैं। देश के आम लोगों का ध्यान भटकाने के लिए समय- समय पर कुछ ऐसा कर देते हैं कि आमलोग उसी पर बहस करते हैं मंहगाई और बेरोजगारी को भूल जाते हैं। मीडिया को मैनेज कर बेकार की मुद्दों पर पार्टी के नेताओं को बुलाकर डिबेट शुरू करवा देते हैं। अभी देखिए इंडिया और भारत के नाम पूरे देश में बहस छिड़ गई है जबकि 2015 में मोदी सरकार के ही गृहमंत्री ने शपथ पत्र दिया है कि भारत औए इंडिया दोनों रहेगा इससे कोई आपत्ति नहीं है फिर क्या हो गया कि जी 20 के इनविटेशन में इंडिया हटाकर भारत कर दिया। देश आमजन से इनको कोई सरोकार नहीं है ये सिर्फ बड़े बड़े पूंजीपतियों की सरकार है।