खगड़िया :- कानू समाज अब बंधुआ मजदूर बनकर नहीं रहेगा।
टाइम्स नाउ भारत / खगड़िया - कानू समाज की राजनीतिक दशा और दिशा विषय पर शनिवार को खगड़िया जिला के महेशखूंट में एक सेमिनार आयोजित किया गया। जिसमें जिला के सभी प्रखंडों के कानू समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। खगड़िया कानू संघ के जिलाध्यक्ष मक्खन साह, सिकंदर साह, मुख्य वक्ता अरुण कुमार साह (मुखिया पकरेल) ने बताया कि कि खगड़िया में कानू समाज की आबादी लाखों में है इसके बावजूद भी हमें राजनीतिक रूप से कमजोर बनाए रखा । यहां के नेताओं के द्वारा जानबूझकर हमारी आबादी कम बताई जाती है ताकि हम लोग मानसिक रूप से हमेशा के लिए कमजोर बने रहे। अब कानू समाज जाग गया है अब हम लोग राजनीति में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। यह समाज अब किसी का बंधुआ मजदूर बनकर नहीं रहेगा।
सेमिनार का उद्घाटन करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय साह ने कहा है कि हमने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखित रूप से अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की है। जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्र को भेजने का काम किया है। इस अवसर पर प्रदेश प्रधान महासचिव कृष्णनंदन साह ने कहा कि हमारे कानू समाज मूल रूप से वैश्य नहीं है बल्कि बहुसंख्यक कानू समाज मजदूर वर्ग से आते हैं। महिलाएं कंसार जलाकर अपना जीवन यापन करती है। जिला अध्यक्ष मक्खन साह ने कहा कि कानू समाज अपने अधिकारों के लिए क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन करता रहेगा। मौके पर सभी अतिथियों का स्वागत पकरेल पंचायत के मुखिया अरुण कुमार साह के द्वारा किया गया। इस सेमिनार में सैकड़ों की संख्या में कानू समाज ने हिस्सा लिया। खगड़िया संवाददाता रमेश कुमार की रिपोर्ट।