पंचायत में घूम - घूम कर शिक्षा की अलख जगा रही पूर्वी बोरने पंचायत की मुखिया काजल कुमारी।
खगड़िया, चौथम प्रखंड के पूर्वी बोरने पंचायत के मुखिया काजल कुमारी पंचायत में घूम कर शिक्षा की अलख जगा रही है। शिक्षा के महत्व को लोगों को समझा रही है। विद्यालय में क्या कमी है इस बात की चर्चा ग्रामीणों को आपस में करना चाहिए यह बातें लोगों को समझा रही है।
जितने भी महापुरुष हुए उनका सबसे बड़ा हथियार शिक्षा रहा। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने कहा, शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पिएगा वह दहाड़ेगा। अगर किसी समाज का पूर्ण विकास करना है तो उस समाज को सबसे पहले शिक्षित करना होगा, इस मूलमंत्र को समझाने मुखिया श्रीमती काजल कुमारी जी गांव में आम सभा करके गार्जियन को बताती है।
मुखिया जी ने कहा कि हमारे बच्चे किस तरह से पढ़ाई करते हैं हमारे बच्चे को सरकार द्वारा जो लाभ दिया जाता है वह हमारे बच्चे तक पहुंचता है या नहीं ? इस बात की तहकीकात हर बच्चे के मां-बाप को करनी चाहिए । मैं सभी गांव वालों से निवेदन करती हूं कि अपने बगल के विद्यालय में घूमने जाएं, और वहां की वस्तुस्थिति का जायजा ले ।