खगड़िया में मुखिया महासंघ का सम्मेलन: पंचायत अधिकार कटौती के खिलाफ आवाज बुलंद
खगड़िया जिले के मंजू वाटिका हॉल में आज खगड़िया मुखिया महासंघ के द्वारा एक महत्वपूर्ण सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता खगड़िया जिला मुखिया महासंघ के जिला अध्यक्ष अनिल सिंह ने की, जबकि मंच संचालन रामपुर के मुखिया कृष्णनंद यादव द्वारा किया गया। यह सम्मेलन त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों में सरकार द्वारा की जा रही कटौती के विरोध में आयोजित किया गया।
सम्मेलन में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद अहसन भी कार्यक्रम में शामिल हुए। सम्मेलन में जिले के सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया, जिसमें मुखिया, सरपंच, जिला परिषद सदस्य, वार्ड पार्षद और उनके प्रतिनिधि शामिल थे।
सरकार को चेतावनी: अधिकार कटौती बंद करें
मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरकार और अधिकारियों को कटु संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार और उनके अधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों में कटौती करके संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन कर रहे हैं। राय ने जोर देकर कहा कि यदि अधिकारियों की मनमानी जारी रही तो मुखिया संघ इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारों की बहाली के लिए मुखिया संघ 28 जनवरी को पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में एक बड़ा महासम्मेलन आयोजित करेगा।
संगठन की मजबूती पर जोर
प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद अहसन ने पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन को हर स्तर पर मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "संगठन ही हमारी ताकत है और एकजुट होकर ही हम अपने अधिकार वापस हासिल कर सकते हैं।"
जिला अध्यक्ष का आह्वान
खगड़िया जिला मुखिया महासंघ के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा कि जिले का संगठन बहुत मजबूत है और सभी पंचायत प्रतिनिधि इसके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा, "हम अपने अधिकारों के लिए पटना में आयोजित महासम्मेलन में बड़ी संख्या में शामिल होंगे। सरकार को यह समझना होगा कि जो अधिकार संविधान ने हमें दिए हैं, वे किसी भी परिस्थिति में छीने नहीं जा सकते।"
महात्मा गांधी के सपनों की याद दिलाई
गोगरी प्रखंड के मुखिया महासंघ उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार निराला ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हमेशा ग्राम पंचायत के जरिए ग्रामीण विकास पर जोर दिया था। उन्होंने कहा, "लेकिन सरकार द्वारा पंचायतों के अधिकारों में कटौती गांधीजी के सपनों को ध्वस्त कर रही है। हम सरकार और अधिकारियों से अपील करते हैं कि पंचायतों को स्वतंत्र रूप से और ईमानदारी से काम करने दें।"
पंचायत प्रतिनिधियों की बड़ी भागीदारी
सम्मेलन में खगड़िया जिले के विभिन्न पंचायतों से आए प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनमें मुखिया, सरपंच, जिला परिषद सदस्य, वार्ड पार्षद और उनके प्रतिनिधि शामिल थे। सभी ने एक स्वर में पंचायत अधिकारों की बहाली की मांग की।
महासम्मेलन की तैयारी
खगड़िया मुखिया महासंघ ने आगामी 28 जनवरी को पटना में होने वाले महासम्मेलन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस महासम्मेलन में बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है। यह कार्यक्रम सरकार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने के लिए आयोजित किया जाएगा।
निष्कर्ष
मुखिया महासंघ का यह सम्मेलन पंचायत अधिकारों की बहाली और सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुटता का परिचायक था। सभी प्रतिनिधियों ने संगठित होकर संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। अब सभी की नजरें 28 जनवरी को पटना में होने वाले महासम्मेलन पर टिकी हैं, जो पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों की लड़ाई में एक अहम कड़ी साबित होगा।